बिहार की राजधानी पटना में आज मुस्लिमों की महत्वपूर्ण संस्था इमारत-ए-शरिया और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने संयुक्त रूप से गांधी मैदान में रैली का आयोजन किया है। उन्होंने इस्लाम और राष्ट्र को खतरे में बताते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि इस रैली में लाखों मुसलमान पहुंचेंगे। रैली को दीन बचाओ-देश बचाओ का नाम दिया गया है।
रैली का आयोजन करने वालों का कहना है कि उन्होंने इससे राजनीतिक पार्टियों से दूर रखा गया है और किसी भी पार्टी को इसका न्यौता नहीं भेजा गया है। हालांकि उनके आने पर मनाही भी नहीं है। रैली की वजह से पटना प्रशासन सुरक्षा को लेकर सजग हो गया है। बम निरोधक दस्ते सहित डॉग स्कवॉड की टीम गांधी मैदान पहुंच गई है। हालिया सालों में ऐसा पहली बार हो रहा है जब धर्म बचाने के लिए मुसलमान सड़कों पर उतर रहे हैं। गांधी मैदान में दोपहर दो बजे से कार्यक्रम का आयोजन हो जाएगा।
रैली में बाहर से आने वाले लोगों के लिए आयोजकों ने खास इंतजाम किए हैं ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो। इमारत-ए-शरिया की ओर से बताया गया है कि पिछले कुछ सालों के दौरान बिगड़ती स्थिति को सुधारने, हिंदू-मुस्लिम सौहार्द व सांझी संस्कृति का परचम लहराने के उद्देश्य से गांधी मैदान में राष्ट्रीय स्तर के ‘दीन बचाओ, देश बचाओ’ समारोह का आयोजन किया गया है।
साल 1921 में बिहार, झारखंड और ओडिशा के मुस्लिमों को शरिया के तहत आने वाले मुद्दों को समझाने के लिए इमारत शरिया बनाई गई थी। बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी का कहना है कि हमने चार साल इंतजार किया, यह सोचकर कि भाजपा संविधान के तहत देश चलाना सीख लेगी। तीन तलाक को लेकर उन्होंने कहा कि मुसलमानों के पर्सनल लॉ पर हमला हो रहा है। हमें अपने लोगों और देशवासियों को बताना पड़ रहा है कि देश के साथ-साथ इस्लाम पर भी खतरा है। हालांकि संगठन ने रैली को किसी राजनीतिक दल से समर्थन होने की बात से इंकार किया है।