भोपाल: मंदसौर में 7 साल की बच्ची के साथ गैंग रेप और हत्या की कोशिश के आरोप में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. घटना के विरोध में शहर के आसपास के ग्रामीण इलाके शुक्रवार को बंद रहे. सीतामऊ, सुवासरा, शामगढ़ समेत कई स्थानों पर बंद का आह्वान किया गया. मंदसौर में गुरुवार के बंद के बाद शुक्रवार को धीरे-धीरे दुकान खुलने लगी हैं लेकिन आम लोग शुक्रवार को भी सड़क पर उतरे. इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जल्द इंसाफ का भरोसा दिलाया तो वहीं उनकी पार्टी के नेताओं का संवेदनहीन चेहरा अस्पताल में दिखा. मंदसौर-नीमच से सांसद सुधीर गुप्ता, बीजेपी विधायक सुदर्शन गुप्ता और भी कई पार्टी नेता संवेदनाधर्म दिखाने 7 साल की पीड़ित से मिलने इंदौर के अस्पताल पहुंचे. जहां विधायक जी को लगा इस अहसान धर्म के लिये परिवार से धन्यवाद तो मिलना चाहिये सो वो पीड़ित परिवार से कहते सुने गये कि सांसद जी आए हैं कम से कम धन्यवाद तो कह दो.
अपने नेता के बचाव में बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी खुलकर तो नहीं आ पाए लेकिन इतना कहा उन्होंने किस परिपेक्ष्य में कहा ये भी समझना ज़रूरी है, हो सकता है पीड़ित परिवार से उनके व्यक्तिगत संबंध हों. फिर भी अस्पताल के अंदर ऐसी बातों से बचना बेहतर होता है.
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता मानक अग्रवाल ने सवाल करते हुए पूछा किस बात के लिये धन्यवाद. बीजेपी को तो पीड़ित परिवार के पैर पकड़कर माफी मांगनी चाहिये कि हम मध्यप्रदेश में बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं. इनको शर्म आनी चाहिये. हमारी मांग है कि बच्ची को जल्द से जल्द दिल्ली या मुंबई के किसी बड़े अस्पताल में भेजा जाए.
बहरहाल, नेताओं से उलट मंदसौर के लोग प्रचार नहीं फिक्र के लिये सड़क पर उतरे. दोषी के लिये जल्द से जल्द सज़ा की मांग की. मुस्लिम समुदाय ने कह दिया कि आरोपी इरफान अगर दोषी साबित हुआ तो कब्रिस्तान में जगह नहीं देंगे, वहीं वकीलों ने कहा वो आरोपी का केस नहीं लड़ेंगे. मंदसौर बार काऊंसिल के अध्यक्ष जयदेव सिंह चौहान ने कहा पूरा अभिभाषक परिवार बच्ची के साथ है, आरोपी की पैरवी नहीं करेंगे… बच्ची की तरफ से अच्छे से अच्छा वकील नि:शुल्क खड़ा करेंगे ताकि आरोपी को जल्दी सज़ा हो सके.
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता मीनू मंसूरी ने कहा पूरे समाज ने फैसला लिया है कोई मुस्लिम केस नहीं लड़ेगा, परिवार का बहिष्कार करेगा, जब भी फांसी होगी उसे कब्रिस्तान में दफनाया नहीं जाएगा. मामले के पहले आरोपी इरफान को बुधवार को गिरफ्तार किया गया, दूसरा 22 साल का आसिफ शुक्रवार गिरफ्तार हुआ.
पुलिस ने गुरुवार को अजाक थाने में अस्थाई कोर्ट लगाकर आरोपी को गुरुवार शाम पेश किया जहां से कोर्ट ने 2 जुलाई तक की रिमांड पर उसे पुलिस को सौंपा. पुलिस अब यह जानकारी जुटा रही है कि आरोपी ने घटनाक्रम को किस तरह अंजाम दिया और क्या उसके साथ गिरफ्तार दूसरे आरोपी की क्या भूमिका थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा जो दरिंदे हैं वो जल्द से जल्द फांसी पर लटकें इसके लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे, जल्द सुनवाई करेंगे, जल्दी सजा हो जाए वो फांसी के फंदे पर लटकें इसका प्रयास करेंगे.
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